अनुपपुर जिले के बरगवां क्रमांक 2:शराब दुकान पर ‘सुविधा शुल्क’ के नाम पर डीजल परोसे जाने का आरोप, अफसरों पर सवाल
अनूपपुर, जिले की देसी व अंग्रेज़ी कंपोजिट शराब दुकान बरगवां (क्रमांक 2) के बाहर और अंदर, आबकारी विभाग की जिम्मेदार अधिकारीयों को “सुविधा शुल्क” के नाम पर डीजल दिये जाने का आरोप स्थानीय कर्मचारियों व गवाहों ने लगाया है। मौके पर मौजूद कर्मचारियों का दावा है कि पेट्रोल टंकी पर जाकर दुकानदारों/कर्मचारियों ने अधिकारियों को डीजल दिलवाया और साथ ही होटल से खाने की व्यवस्थाएँ भी कराई गईं।
किस तरह हुआ – गवाह क्या कह रहे हैं
कर्मचारियों ने बताया कि दुकानदारों से कहा गया कि पेट्रोल टैंक वाले ने “1000 का डीजल” दिया जाये और अधिकारियों को दिखाने के लिए डीजल पंप पर डलवाया गया।
आरोप है कि अधिकारियों की मौजूदगी में यह व्यवस्था की गई ताकि बाहरी निगाहों में सब कुछ “औपचारिक” लगे।
प्रकाशित करने की शर्त पर कहा, “जब सब कुछ मिल रहा है – डीजल, खाने-पीने की व्यवस्था तो अवैध शराब पैकारी तो होगी ही फिर कार्रवाई का ढाकोसला क्यों होगा. जब अधिकारी मेहरबान हों तो गधा भी पहलवान बन जाता है।”
:
गंभीर सवाल
1. क्या आबकारी विभाग के अधिकारी सुविधा शुल्क के नाम पर निजी लाभ ले रहे हैं?
2. क्या यह घटना अवैध शराब कारोबार को संरक्षण देने का संकेत है?
जांच की ज़रूरत
पेट्रोल पंप बिल/रसीदें, होटल से जुड़ी व्यवस्था और सीसीटीवी फुटेज की जांच।
जिला प्रशासन या आबकारी महानियंत्रक स्तर पर स्वतंत्र जांच।
आरोप सही पाए जाने पर अधिकारियों और संबंधित ठेकेदार/कर्मचारियों पर
पाए जाने पर अधिकारियों और संबंधित ठेकेदार/कर्मचारियों पर कार्रवाई।
स्थानीय प्रतिक्रिया
नागरिकों ने कहा कि इस तरह की घटनाएँ जनता के भरोसे को तोड़ती हैं और अवैध शराब कारोबार को बढ़ावा देती हैं।
बरगवां (क्रमांक 2) शराब दुकान पर डीजल व खाने-पीने की सुविधा के नाम पर “सुविधा शुल्क” की खबर गंभीर आरोप है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस पर कार्रवाई करता है या फिर यह मामला भी दबा दिया जाए अनूपपुर जिला में समस्त अंग्रेजी शराब अकलौते ठेकेदार वीरेंद्र राय गांव गांव मे पैकारी फल फूल रहा है अवैध शराब बिक्री आबकारी विभाग के अधिकारियों के मिली भगत से बिक रहे हैं अवैध शराब कल 2 अक्टूबर है दुकान बंद रहेगा आज से ही अंग्रेजी भट्टी शराब के मैनेजर ने कल के लिए पहले से ही बंदोबस्त कर गांव गांव तक पहुंच रहे हैं शराब आबकारी विभाग अपने सामने दुकान को सिल करना चाहिए लेकिन वह दुकान मालिक दुकान को स्वयं सिल करेगा आबकारी विभाग के अधिकारी खुला छूट दे रखे हैं की रात को खूब माल निकाल कर अवैध बिक्री गांव गांव करवाये और स्वयं अपना ताला सिल करें आबकारी विभाग के अधिकारी अपने सामने क्यों नहीं दुकान को सील कर रहे हैं यह सवाल उठता है



