पुलिस अधीक्षक अनूपपुर श्री मोती उर रहमान के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में सायबर सेल अनूपपुर के द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है
🔹 *म्यूल मनी अकाउंट क्या होता है?*
म्यूल मनी अकाउंट (Money Mule Account) वह बैंक खाता होता है जिसका उपयोग साइबर अपराधी अवैध रूप से प्राप्त धनराशि को एक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर करने के लिए करते हैं।
अपराधी ऐसे खाताधारकों को लालच, धोखा या भ्रम में रखकर उनका खाता उपयोग करते हैं ताकि पुलिस या बैंक तक उनकी पहुँच न हो पाए।
🔹 *लोग कैसे फँसते हैं?*
अपराधी सोशल मीडिया, व्हाट्सएप, टेलीग्राम, या जॉब पोर्टल्स के माध्यम से लोगों को आसान कमाई, ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब, या कमीशन के नाम पर फँसाते हैं।
वे कहते हैं कि –
“आपको केवल अपने खाते से पैसे ट्रांसफर करने हैं।”
“आपके खाते से पैसे आएंगे और जाएँगे, आपको कमीशन मिलेगा।”
लोग इस लालच में अपने बैंक अकाउंट की डिटेल्स साझा कर देते हैं, जिससे वह मनी म्यूल बन जाते हैं।
🔹 *ऐसे खातों का दुरुपयोग कैसे होता है?*
ऑनलाइन ठगी, फिशिंग या निवेश धोखाधड़ी में प्राप्त रकम इन्हीं खातों में भेजी जाती है।
फिर इन खातों से पैसा अन्य खातों या विदेशी वॉलेट में ट्रांसफर किया जाता है।
खाता धारक को मामूली कमीशन दिया जाता है, लेकिन अपराध का मुख्य लाभ साइबर अपराधियों को होता है।
🔹 *कानूनी परिणाम:*
म्यूल मनी अकाउंट का धारक भी आरोपी माना जाता है, भले ही वह अनजाने में फँसा हो।
ऐसे खातों पर बैंक द्वारा तुरंत रोक लगा दी जाती है।
आईटी एक्ट एवं भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं के तहत कड़ी सजा का प्रावधान है।
🔹 *सावधान रहें:*
किसी भी अनजान व्यक्ति या संस्था को अपना बैंक खाता, एटीएम, पासबुक, मोबाइल नंबर, या ओटीपी न दें।
“आसान पैसा”, “पार्ट टाइम जॉब”, “ऑनलाइन कमीशन” जैसे लालच भरे संदेशों से बचें।
यदि किसी प्रकार की संदिग्ध ऑनलाइन गतिविधि दिखाई दे तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या सायबर हेल्पलाइन 1930 पर सूचित करें।
अधिक जानकारी के लिए www.cybercrime.gov.in
पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
🔹 *सायबर पुलिस अनूपपुर का संदेश:*
“सायबर अपराधी अब तकनीक का गलत उपयोग कर लोगों को छलने के नये तरीके खोज रहे हैं। म्यूल मनी अकाउंट जैसी गतिविधियाँ समाज और आर्थिक व्यवस्था दोनों के लिए खतरा हैं। जनता से अपील है कि वे सतर्क रहें, जागरूक रहें और किसी भी संदिग्ध लेन-देन की तुरंत सूचना पुलिस को दें।”


