महिलाओं की व्यावसायिक सोच एवं उद्यमशीलता की झलक है आकांक्षा हाट में
आकांक्षा हाट में लोककला एवं संस्कृति सहित कुटकी की खीर का जायका एक साथ
अनूपपुर 29 अगस्त 2025/ जिला मुख्यालय में सामतपुर तालाब परिसर मे आयोजित तीन दिवसीय आकांक्षा हाट में म.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत स्व सहायता समूह के सदस्यों की कलात्मक अभिव्यक्ति व हाथों का हुनर तथा मिलेट के व्यंजन आमजन के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुये है। जिले के दूरस्थ आदिवासी बाहुल्य विकासखंड के कलाकारों द्वारा रेखाओं और बिंदुओं के संयोजन से बनाई गई गोंडी चित्रकला बरबस ही लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। राम वनगमन से लेकर प्रभु श्री राम द्वारा रावण वध एवं राज्याभिषेक के घटनाक्रम की चित्रों के माध्यम से कलात्मक प्रस्तुति स्वमेव समस्त प्रसंगों को जीवंत कर देती है। इसी प्रकार लकड़ी को तराश कर बनाई गयी कलाकृतियों को देखते ही खरीद कर घर ले जाने का मन करता है। साधारण सी लकड़ी के टुकड़े को तराशकर बनाई गयी गणेश जी, मां नर्मदा, शंकर जी की मूर्ति के सामने बरबस ही सिर श्रद्धा से झुक ही जाता है। इसके अलावा तमाम कलाकृतियां ग्रामीण कलाकारों की कलात्मकता को प्रदर्शित कर रही है। हाथों के हुनर के साथ-साथ जायके की बात की जाए तो मिलेट के व्यंजनों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आकांक्षा हाट में कुटकी की खीर, इडली, पुलाव भी उपलब्ध है। हाट में कोदो प्रोसेसिंग इकाई का संचालन करने वाली समूह की दीदियां आज अपने उत्कृष्ट उत्पाद के साथ ग्राहको के साथ मोल भाव करती नजर आ रही हैं। साथ ही कोदो से बनी कुकीज व नमकीन का स्वाद भी बड़े चाव से बताती हैं और खरीदने के लिये आग्रह करती हुयी समूह की दीदी अपनी उद्यमिता को प्रदर्शित कर रही है। समूह की दीदियो के हाथ के पापड़, अचार, चिप्स भी सभी को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। यही तो है आकांक्षा हाट का उद्देश्य जो स्थानीय उत्पादों को एक मंच प्रदान कर रहा है, उनकी कलात्मक अभिव्यक्ति को एक आकाश प्रदान कर रहा है तथा उनके हाथों के हुनर और जायके को लोगों के बीच लोकप्रिय बना रहा है।
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