जांजगीर-चांपा/शुभ संकेत: ओपन लिंक्स फाउंडेशन (विनोबा) द्वारा आयोजित शिक्षण उत्सव 2025 में शिक्षा के प्रति समर्पित, सेवा और प्रतिबद्धता से जुड़े शिक्षकों, अधिकारियों तथा समन्वयकों की एक अनूठी अविस्मरणीय कार्यशाला जांजगीर के ड्रीम पॉइंट होटल में आयोजित की गई। इस कार्यशाला में जिले के कलेक्टर श्री आकाश छिकारा जी, सहायक कलेक्टर श्री दुर्गाप्रसाद अधिकारी जी, विनोबा के फाउंडर सीईओ श्री संजय डालमिया जी सहित शिक्षा से जुड़े विशेषज्ञ उपस्थित थे। इस उत्सव में शिक्षा गुणवत्ता में सुधार कर सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर बढ़ाने सभी ने अपने- अपने विचार साझा किए। आज सभी के बीच मुझे भी मंच साझा करने का अवसर मिल, साथ ही अपनी टीम को लीड करने का भी मौका मिला।



टीम के साथ निम्न टॉपिक पर अपनी बात रखते हुए प्रेजेंटेशन दिया:-
१.वर्तमान परिदृश्य में शासकीय स्कूलों का क्या और कितना
महत्व है?
२.वर्तमान परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए अनपढ़/ बिना पढ़े
लिखे बच्चों के बारे में आप क्या सोचते है? ३.शासकीय स्कूलों में छात्रों की
की उपस्थिति में सुधार।
४.उपस्थिति में आने वाली बाधा।
५.स्कूल और सामुदायिक स्तर पर सुधार के लिये प्रभावी
रणनीतियां।
६.उपस्थिति सुधार में शिक्षकों
की भूमिका।




इस मंच और कार्यशाला से बहुत कुछ सीखने को मिला। सबके बीच मंच साझा करने से एक नई प्रेरणा मिली, सम्मान का अवसर मिला, अपने विचार रखने का अवसर मिला। यही नहीं शिक्षा के क्षेत्र में एक नई ऊर्जा और समर्पण के साथ आगे बढ़ने के लिये प्रेरित हुई। शिक्षा से जुड़े विशेषज्ञों के अनुभव और विचारों से प्रेरित होकर और अधिक बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरणा मिली। यह अविस्मरणीय कार्यशाला रही इसमें रायपुर, दुर्ग, धमतरी, गरियाबंद सहित अन्य जिलों से शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने वाले शिक्षक, अधिकारी एवं शिक्षाविद शामिल हुए। ऐसी कार्यशला से बहुत कुछ सीखने को मिलता है जो शिक्षिकीय कार्य में मददगार साबित होते हैं। निश्चित ही यह कार्यशला सबके लिए उपयोगी साबित होगी और इसका लाभ हमारे छात्रों को मिलेगा। कार्यशाला के पश्चात अंत में सहायक कलेक्टर जी के द्वारा शिक्षा के प्रति समर्पित भाव से कार्य करने के लिए शपथ दिलाई गयी, जिसके लिए मैं उन्हें हृदय से धन्यवाद देती हूं। वही सीईओ सर ने सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करते हुए शपथ दिलाया। मै सीईओ सर एवं विनोबा टीम को बहुत-बहुत धन्यवाद ज्ञापित करती हूं कि मुझे इस अनूठी कार्यशाला में मंच साझा करने का अवसर दिया गया।


