अनूपपुर/शुभ संकेत: केंद्रीय श्रमिक संगठन सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (CITU) का स्थापना दिवस समारोह ग्रामीण क्षेत्र में कृषि मजदूरों के बीच ग्राम पंचायत रक्सा में मनाया गया। बैठक को सीटू जिला समिति अनूपपुर के कार्यवाहक अध्यक्ष कामरेड जुगल किशोर राठौर ने संबोधित करते हुए कहा कि देश के सबसे बड़े मजदूर संगठनों में से एक सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन की स्थापना 30 मई 1970 को हुआ था। उन्होंने कहा कि मजदूर हितों के लिए ईमानदारी से संघर्ष करने वाले यह यूनियन पूरे देश के अंदर अपनी अलग पहचान बना रखी है। उन्होंने कहा कि किसान एवं मजदूरों के हितों के लिए निरंतर संघर्ष करने वाली यह संगठन न्यूजोन पावर प्लांट किसानों के साथ हो रहे लूट एवं शोषण को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने किसानों से एवं खेत मजदूर से अपील करते हुए कहा कि हमारे संगठन ही हमारी ताकत है और अपनी एकता के दम पर बड़े-बड़े तानाशाहों को धाराशयी किया है और इस लड़ाई को भी हम बड़ी मुस्तैदी एवं मजबूती के साथ अंतिम अंजाम तक पहुंचाएंगे।

उन्होंने आदर्श पुनर्वास नीति 2002 के शर्त क्रमांक 23 का उल्लेख करते हुए कहा कि किसानों का भू-अर्जन की गई भूमि को 10 वर्ष से अधिक हो गया है लेकिन जिला प्रशासन इस पर संज्ञान नहीं ले रही है। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग किया है कि जिला प्रशासन स्वयं संज्ञान लेकर के किसानों का जमीन किसानों को वापस किए जाने की कार्यवाही करें।

कामरेड जुगुल राठौर ने कहा कि जल स्रोत एक मात्र साधन केवई और सोन नदी से है। जिले में स्थापित हुए एवं स्थापित होने वाले बिजली कारखाना केवई और सोन नदी को अपना जल स्रोत बता रहा है, लेकिन उसी केवई एवं सोन नदी से स्थापित होने वाले उद्योग अदानी समूह जो की उमर्दा में निर्माण के लिए तैयारी कर रहा है और इसी जल स्रोत से न्यूजोन पावर प्लांट की स्थापना के लिए रक्सा एवं कोलमी ग्राम पंचायत में तैयारी चल रही है, जबकि मौजूदा स्थिति में मोजर वेयर पावर प्लांट जैतहरी में संचालित बिजली का कारखाना के लिए पर्याप्त पानी नहीं है। जाहिर सी बात है कि अगर न्यूजोन पावर प्लांट और अदानी समूह का पावर प्लांट की स्थापना की जाती है तो जल का संकट होगा और जलापूर्ति के लिए दोनों बिजली कारखाना सहित 1600 मेगावाट बिजली की कारखाना उन्नयन करने की तैयारी में जुटे मोजर बेयर पावर प्लांट कर रही है। हेवी बोर करवा करके जमीन के नीचे से जल खींचकर बिजली का उत्पादन करेंगे, ऐसी स्थिति में 300 – 400 फीट गहराई में लगे बोरवेल जिसमें किसान अपनी कृषि का सिंचाई की व्यवस्था करता है एवं पेयजल संकट को दूर करने का प्रयास करता है, उसमें जल का अभाव होगा और पूरे क्षेत्र का कृषि भूमि बंजर भूमि बन जाएगी और क्षेत्र में खाद्यान्न संकट गहराएगा।

बैठक को संयुक्त ठेकेदारी मजदूर यूनियन सीटू के उपाध्यक्ष कामरेड राजकुमार राठौर ने भी संबोधित किया और संघर्ष को सशक्त एवं मजबूत बनाने की अपील किया। इसके अलावा सीटू जिला समिति अनूपपुर के अध्यक्ष कामरेड रामू यादव के नेतृत्व में राजनगर में एवं महासचिव कामरेड इन्द्रपति सिंह के नेतृत्व में जमुना कोतमा में स्थापना दिवस मनाया गया।
अनूपपुर से संपादकीय सलाहकार नत्थूलाल राठौर…✍️