कोरबा/शुभ संकेत: शासकीय इ. वि. स्ना. महाविद्यालय कोरबा के राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयंसेविका ऋचा स्वर्णकार द्वारा चलाया जा रहा, मोर गांव मोर पानी महाअभियान। भू- जल संरक्षण के तहत ग्राम कोरकोमा में 5 सोखता गड्ढा का निर्माण किया गया। स्वयंसेविका द्वारा निरीक्षण करने पर पाया गया कि यहाँ का पानी बेकार में बह रहा है, उसका कोई उपयोग भी नहीं हो पा रहा है और भू-जल स्तर भी लगातार कम होते जा रहा है, इसलिए जल-संरक्षण हो, इसके लिए अलग – अलग जगहों में 5 सोखता गड्ढे का निर्माण पूरे नियम से किया गया। इसके लिए बेकार पड़े इंट, गिट्टी और रेत का उपयोग किया गया। स्वयं सेविका का कहना है कि जल ही जीवन है जल है तो कल है इसे व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए। जल हमारे लिए किसी खजाने से कम नहीं है हर चीज़ के लिए पानी की आवश्यकता होती है पीने से लेकर नहाने, धोने, पकाने, निर्माण कार्य हर किसी के लिए पानी जरूरी है। हमें अपने आने वाले कल की चिंता करते हुए भू-जल संरक्षण करना चाहिए और लोगों को भी जागरूक करना चाहिए।

सोखता गड्ढा के निर्माण में स्थानीय नागरिकों और बच्चों का विशेष योगदान रहा। यह कार्य रासेयो कार्यक्रम अधिकारी प्रो. अजय कुमार पटेल जी के निरीक्षण में संपन्न हुआ। प्रो. पटेल द्वारा मोर गांव मोर पानी महाअभियान की जानकारी देते हुए कहा कि रोटी, कपड़ा और मकान की ही तरह जल भी हमारे लिए अति आवश्यक है। हम खाना के बिना कुछ दिनों तक जीवित रह सकते हैं, पर पानी के बिना नहीं और बताया कि हमारा शरीर भी आधा से ज्यादा पानी से ही बना होता है। तथा पानी का महत्व बताते हुए लोगों को जागरूक किया और सभी को जल – संरक्षण करने हेतु प्रेरित किया। इस कार्यक्रम में स्वयं सेवक भूपेंद्र स्वर्णकार, भानु, पूजा, श्री भूषण प्रसाद स्वर्णकार, अभय, टप्पू, ऋतु, माही, श्रीमति पार्वती देवी तथा स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।