भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद और पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल होने के लिए न्यूनतम नामांकन की सीमा को पार कर लिया है। उन्हें कंजरवेटिव पार्टी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद के लिए 100 से अधिक नामांकन हासिल हो गए हैं।
देश की पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद पद पर दावा करने वालों में ऋषि सुनक पहले हैं, जिन्होंने 100 सांसदों का समर्थन प्राप्त किया है। इस बार मुख्य मुकाबला ऋषि सुनक और बोरिस जॉनसन के बीच होता दिखाई दे रहा है।
खबरों के अनुसार, बोरिस जॉनसन सांसदों का समर्थन हासिल करने के लिए कैरेबिया में बिता रहे अवकाश से वापस आ गए हैं। वहीं सुनक के समर्थकों का दावा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल होने के लिए आवश्यक 100 सांसदों के समर्थन का आंकड़ा हासिल कर लिया है।
बृहस्पतिवार को लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद ब्रिटेन में जारी सियासी संकट के बीच डॉमिनिक राब और साजिद जाविद जैसे 90 के करीब सार्वजनिक समर्थकों के साथ ऋषि सुनक फिलहाल सबसे आगे और पसंदीदा बने हुए हैं। जबकि जॉनसन ने छह मौजूदा कैबिनेट मंत्रियों का समर्थन हासिल कर लिया है, जिसमें बेन वालेस, साइमन क्लार्क, क्रिस हेटन-हैरिस, जैकब रीस-मॉग, आलोक शर्मा और ऐनी-मैरी ट्रेवेलियन जैसे नाम शामिल हैं। पूर्व गृह मंत्री प्रीति पटेल के भी उनका समर्थन करने की संभावना है।
जॉनसन की वापसी का सार्वजनिक समर्थन करने वाले सांसदों की संख्या 46 है लेकिन उनके समर्थकों को भरोसा है कि वह सोमवार तक 100 सांसदों के समर्थन का जरूरी आंकड़ा हासिल कर लेंगे।
जॉनसन-सुनक में डील की संभावना
प्रधानमंत्री पद की दावेदारी की दौड़ में पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन और पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक के समर्थकों के बीच अटकलें हैं कि दोनों में किसी तरह की डील हो सकती है। द डेली टेलीग्राफ अखबार के मुताबिक, सुनक को कैबिनेट में गृह मंत्री या किसी अन्य महत्वपूर्ण पद की पेशकश की जा सकती है। लेकिन कुछ समर्थकों का कहना है कि सुनक ऐसा कुछ करने वाले नहीं हैं।