आज से कई प्रमुख तीर्थ स्थलों पर कुछ बदलाव कर दिया गया हैं. बात अगर वृंदावन की करें तो यहां के बांके बिहारी मंदिर का समय गुरूवार यानी भाई-दूज से बदल दिया गया हैं.
मंदिर प्रबंधन के मुताबिक़ “अब राजभोग सेवा के लिए मंदिर के कपाट अपराह्न 1.00 बजे बंद हो जाएंगे। सुबह की पाली में, मंदिर सुबह 08:45 बजे खुलेगा और अपराह्न 1:00 बजे तक भगवान की भोग सेवा (दोपहर के भोजन) के लिए एक संक्षिप्त विराम के साथ खुला रहेगा। दोपहर के सत्र में, मंदिर भगवान के भोग के लिए एक संक्षिप्त अंतराल के बाद शाम 4:30 से 8:30 बजे तक खुलेगा
केदारनाथ धाम के कपाट भी बंद
इसी तरह गुरूवार की सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर मंदिर के कपाट को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच बंद कर दिया गया। इसी के साथ यमुनोत्री धाम के कपाट भी बंद कर दिए गए है। सबसे आखिर में 19 नवंबर को बदरीनाथ धाम का कपाट बंद किया जाएगा। चार धाम की यात्रा के समापन को लेकर दशहरे के मौके पर कपाट बंदी की तिथियों का ऐलान होता है। इसके लिए मुहुर्त के अनुसार तिथि और समय तय किए जाने की परंपरा रही है। इसी के आधार पर निर्धारित तिथियों पर चारों घाम के कपाट बंद किए जाने की तैयारी शुरू कर दी गई थी। गंगोत्री धाम में कपाट बंद किए जाने की प्रक्रिया बुधवार को पूरी की जा चुकी है। गोवर्द्धन पूजा के बाद निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, दोपहर 12 बजकर 1 मिनट पर कपाट को बंद कर दिया गया। इसके बाद यहां पर श्रद्धालुओं का आना-जाना बंद हो हो चुका हैं। अभिजीत मुहुर्त में गुरूवार को यमुनोत्री धाम के कपाट को भी बंद कर दिया गया।