कोरबा/शुभ संकेत: सनातन विरोधियों के तमाम तरह के नकारात्मक वातावरण के निर्माण के बावजूद, अब तक करोड़ो हिन्दुओं के साथ साथ दुनियां भर से आए 50 करोड़ से ऊपर सनातन को मानने वाले लोगों ने महाकुम्भ के दौरान त्रिवेणी संगम एवं गंगाजी में आस्था का डुबकी लगा चुके हैं। महाशिवरात्रि के साथ महाकुंभ समाप्ति होने वाला है। न केवल कुंभ नगरी प्रयागराज, अपितु अयोध्या, काशी, सम्पूर्ण भारत सनातन के रंग में डूबे हुए हैं। चूंकि राम ही राष्ट्र है। अतः श्री रामजी को अनुसरण करते हुए, श्री राम चरित्र से “राष्ट्रीय चरित्र” का निर्माण किया जा सकता है। अपने इस अलौकिक हिन्दुस्तान के परम वैभव को प्राप्त करने के लिए आज हिन्दू शक्ति के जागरण करने की नितांत आवश्यकता है।

आज हर भारतीय में राष्ट्रीय चरित्र निर्माण करने की आवश्यकता है। इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति के लिए इसी आस्था व विश्वास को बनाए रखने, राष्ट्र की सांस्कृतिक धरोहर अपने हिन्दू समाज में संजोकर रखने के लिए, नव निर्मित नगर पालिका बांकीमोंगरा, जिला कोरबा छत्तीसगढ़, में आगामी 22 फरवरी 2025, दिन शनिवार से महाशिवरात्रि तक पांच दिवसीय श्रीराम (राष्ट्र) कथा का आयोजन होने जा रहा है। इस पुण्य अवसर पर स्वामी विवेकानंद आश्रम अम्बिकापुर के संत श्री रामानंद सरस्वती जी के मुखारविंद से यह राष्ट्र कथा, हम सब को श्रवण करने का सौभाग्य प्राप्त होने वाला है।

अब श्रीमद् भागवत कथा, श्रीराम कथा सिर्फ एक मनोरंजन (इवेंट) का साधन बनकर न रहे, बल्कि श्रीराम (राष्ट्र) कथा के माध्यम से विशुद्ध रूप से श्रीराम के शौर्य, पराक्रम, त्याग, समर्पण, सेवा, संत उद्गार, समाज उद्धार, सामाजिक समरसता आदि भाव को भरने का प्रयास किया जाएगा। खासकर बच्चों में उनके माता पिता के प्रति भारतीय संस्कार को जागृत करने हेतु यह पृथक तरह की कथा का आयोजन समस्त बांकीमोगरा के निवासियों द्वारा जन सहयोग से किया जा रहा है।

अतः आप सभी आसपास के एवं नगर में निवास करने वाले अपने इष्टमित्र कुटुंब परिवार सहित इस अद्भुत कथा का रसपान करने के लिए 22 फरवरी से 26 फरवरी तक बांकीमोगरा के सोमवारी बाजार स्थित शिव मंदिर में उपस्थित होवे। प्रत्येक पांच दिवस (22 से 26 फरवरी तक) सायं 4:30 बजे से 7:30 बजे तक कथा चलेगा। प्रत्येक दिन श्रीराम जी की आरती के साथ-साथ भारत माता की आरती होगी।तत्पश्चात भोग प्रसाद वितरण किया जाएगा। प्रत्येक दिन प्रातः 6 बजे से 7 बजे तक महाराज (संत श्री रामानंद सरस्वती जी) के द्वारा, ध्यान (मेडिटेशन), योग, आसन, प्राणायाम भी उसी प्रांगण में करवाया जाएगा। आयोजन समिति द्वारा यह आह्वाहन किया जा रहा है कि, श्रीराम (राष्ट्र) कथा में अपने अपने समय का नियोजन कर ज्यादा से ज्यादा लाभ लेने का प्रयास करें। कथा में अपने सपरिवार खासकर बच्चों को अवश्य लाएं।