छत्तीसगढ़:-बिलासपुर के सकरी थाने के करीब हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी की कार सवारों ने गोली मारकर हत्या कर दी। हमलावर दो अलग-अलग कारों से आए थे। पहले दोनों कार से फायरिंग की गई, फिर एक कार से युवक नीचे उतरा और ड्राइविंग सीट की ओर जाकर संजू पर गाेली चलाई। उसके सिर पर लगी और मौके पर मौत हो गई। इस दौरान 8 राउंड फायरिंग हुई। घटना के बाद हमलावर भाग निकले।
पुलिस नाकेबंदी कर पतासाजी में जुट गई है। कुदुदंड निवासी संजू त्रिपाठी पिता जयनारायण त्रिपाठी (50) कांग्रेस का पूर्व जिला महामंत्री रहा है। घटना करीब 4 बजे की है। संजू त्रिपाठी सकरी के आगे काठाकोनी स्थित अपने फॉर्म हाउस गया हुआ था। वहां से लौटते समय सकरी बाईपास में सकरी चौक के पास ओवरब्रिज के नीचे ब्रेकर में जैसे ही कार पहुंची।
दो अलग-अलग कार में आए हमलावरों ने दोनों ओर से उसकी गाड़ी में ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। हमलावर एमजी हेक्टर व स्विफ्ट कार आए थे। दोनों गाड़ियों की नंबर प्लेट पर मिट्टी लगी हुई थी। हमलावर पहले से उसके आने का इंतजार कर रहे थे। स्पीड ब्रेकर के पास कार की रफ्तार कम होते ही फायरिंग हुई। इससे कार के दोनों ओर के शीशे टूटे गए। संजू के सिर पर तीन व पसली पर दो गोलियां लगी हैं। घटनास्थल पर पुलिस को गोलियों के 8 कवर मिले हैं। संजू त्रिपाठी के खिलाफ विभिन्न थानों में दोहरी हत्या सहित 30 से अधिक आपराधिक केस दर्ज हैं।
हमले से पहले संजू के मोबाइल पर 4 मिस्ड कॉल
संजू जब वह फाॅर्म हाउस में था तो उसके मोबाइल पर 4 कॉल आए थे। चारों एक ही नंबर से थे। संजू ने फोन रिसीव नहीं किया था। पुलिस उस नंबर की जांच कर रही है।
सारे अफसर मौके पर पहुंचे, नहीं मिला सुराग
घटना की सूचना मिलते ही आईजी बद्री नारायण मीणा, एसएसपी पारुल माथुर के साथ एसीसीयू सहित अन्य थानों की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। हमलावरों का सुराग नहीं मिल पाया है।
छोटे भाई पर संदेह, दोनों में चल रहा था विवाद
हत्या मामले में पुलिस को उसके ही सगे छोटे भाई कपिल त्रिपाठी पर संदेह है। दोनों के बीच में काफी दिनों से जमीन विवाद चल रहा था। हाल ही में दोनों ने एक-दूसरे पर जानलेवा हमला किया था। थाने में दोनों के खिलाफ हत्या के प्रयास की धारा लगाई गई थी।
टोल प्लाजा के कैमरे की जांच कर रही पुलिस
घटना को जिस ढंग से अंजाम दिया गया, उसमें किसी शातिर गिरोह का हाथ होने की आशंका है। वारदात की पूरी प्लानिंग की गई थी। दोनों कारें पहले से ब्रेकर के दोनों ओर खड़ी थीं। कार सवारों को संजू के आने का पता था और वे उसे अच्छी तरह से पहचानते थे।