अनूपपुर/शुभ संकेत: अनूपपुर जिला मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर सजहा नाले में कल रात स्विफ्ट कार में सवार यादव परिवार के 4 सदस्य बह गए। बीती रात श्रीमती प्रीति यादव का शव बरामद हुआ था और आज सुबह से पुलिस एवं SDRF टीम द्वारा चलाए गए रेस्क्यू अभियान में श्री चंद्रशेखर यादव, उनके पुत्र रेयांश और पुत्री के शव भी बरामद कर लिए गए हैं। इस दर्दनाक और दुर्भाग्यपूर्ण हादसे ने एक पूरे परिवार को समाप्त कर दिया है। कार की हालत देखकर बाढ़ की विनाशकारी ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है। पूरा अनूपपुर जिला इस हादसे से स्तब्ध और शोकाकुल है। यह भी बताया जा रहा है कि इस पुल पर पहली बार ऐसा हादसा हुआ है। आशंका है कि ऊपर के किसी बांध से पानी छोड़ा गया हो या पहाड़ों से कई नालों का पानी एकत्र होकर अचानक इस पुल पर आ गया हो।

दुर्घटना के पीछे एक चूक: घटना के समय एक बस चालक ने पुल के ऊपर बहते पानी के बावजूद बस को पार कराया।
बस को सुरक्षित पार जाते देख कार चालक ने भी पुल पार करने की कोशिश की, जबकि आसपास के लोगों ने उसे रोका भी था। लेकिन कुछ ही क्षणों में यह प्रयास एक मृत्यु यात्रा में बदल गया।
अब समीक्षा और सवाल: अब सरकार, प्रशासन, मीडिया सभी अपनी-अपनी भूमिका निभाएंगे। लेकिन जो परिवार उजड़ गया, उसका दु:ख कभी नहीं भरेगा। हर साल प्रशासन चेतावनी देता है –“यदि पुल के ऊपर से पानी बह रहा हो, तो कृपया उसे पार न करें।” इसके बावजूद लोग जोखिम उठाते हैं और नतीजे ऐसे होते हैं, जिनकी कोई भरपाई नहीं होती।
हमारी जिम्मेदारी: तेज बारिश में सड़कों और पुलों पर गहरे गड्ढे, तेज बहाव और दृश्यता की कमी जानलेवा बन जाती है। वाहन चालक की सतर्कता ही अपने और अपने परिवार की सुरक्षा है। हमारी जान हमारी ज़िम्मेदारी है। प्रशासन के साथ हमें भी जागरूक और जिम्मेदार बनना होगा। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करे और शोकसंतप्त परिजनों को यह असहनीय दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।
अनूपपुर से संपादकीय सलाहकार नत्थूलाल राठौर…✍️