छत्तीसगढ़:-“रायपुर – बहुत सी मीठी और जीवन भर ना भुलाने वाली यादें देकर पूर्ण हुआ राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव…छत्तीसगढ़ प्रदेश के अधिकारियों, कला प्रेमियों समेत तमाम लोगों का मधुर व्यवहार और लाजवाब मेजबानी ने दूसरे प्रदेशों तथा देशों से आने वाले खिलाड़ियों का मन मोह लिया। विदेशों से नृत्य महोत्सव में पहुंचे बहुत से ऐसे मेहमान थे जिन्हें न तो छत्तीसगढ़ी आती थी और ना हिंदी.. लेकिन अपनापन और प्रेम हमेशा ही भाषाओं से भी परे सबके अंतर को स्पर्श कर जाता है। बाहर से महोत्सव के लिए आए बहुत से सहभागी कलाकार जब वापस लौटे, तो नृत्य महोत्सव की ढेर सारी अमिट यादें उनसे लिपटी हुई थीं।”
जाते समय उनकी भावनाएं और उनकी मुस्कान के साथ ही आंखों से छलकते आंसू देख वहां मौजूद सभी की आंखें नम हो गई। अलविदा राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव 2022…!